पालमपुर : तिब्बत के धर्म गुरु दलाई लामा को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग को लेकर शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में शांता कुमार ने यह कहा कि जब 1950 में कांग्रेस सरकार ने एक पाप किया था जब चीन को तिब्बत पर अधिकार करने दिया। उस समय विश्व के अमरीका जैसे सबसे बड़े देश यह चाहते थे कि भारत तिब्बत प्रश्न को राष्ट्र संघ में उठाए। यदि उस समय तिब्बत को समर्थन मिल जाता तो तिब्बत बच जाता और भारत की सीमा चीन से कभी नहीं मिलती।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि इस समय की कठिन परिस्थितियों में भारत को दो काम अतिशीघ्र करने चाहिए। पहला महात्मा बुद्ध दलाई लामा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए और दूसरा तिब्बत के विषय को राष्ट्र संघ में उठाया जाए। उन्होंने कहा कि चीन इस समय पूरी दुनिया के लिए एक संकट बना हुआ है, भारत के लद्दाख में चीनी घुसपैठ कर रहे है, आपसी बातचीत सफल नहीं हो पा रही है , सेना प्रमुख विपिन सिंह रावत ने युद्ध की आशंका भी जताई है। शांता कुमार ने कहा कि आज पूरे विश्व में चीन अकेला पड़ गया है तथा अमेरिका जैसे बड़े देश भी उसे एक संकट समझते हैं।
उन्होंने कहा कि 1950 में जो भयंकर भूल हुई थी उसको सुधारने का इतिहास ने आज एक बार फिर से हमें अवसर प्रदान किया है, ऐसे में भारत द्वारा यह कदम उठाने से विश्व में अकेला पड़ा चीन पूरी तरह से बेनकाब हो जाएगा। ऐसे में धर्म गुरु दलाई लामा विश्व के सबसे अधिक सम्मानित आध्यात्मिक नेता हैं तथा वह भारत को अपना गुरु कहते हैं, ऐसे में उनको सम्मानित करके भारत भी सम्मानित होगा।
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