भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने CBSE में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शानदार प्रदर्शन के लिए केजरीवाल सरकार को बधाई दी है.उन्होंने कहा कि अधिकतर प्रदेशों के सरकारी स्कूलों में सब प्रकार की सुविधाओं के बावजूद परिणाम अच्छे नहीं आते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी हालात चिन्ताजनक है. बहुत से निजी स्कूलों में न पूरा भवन है, ना अध्यापकों को पूरा वेतन मिलता है, लेकिन परिणाम अच्छा रहता है. सभी सरकारों को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.
शांता कुमार ने कहा कि नई तकनीक ने बच्चों के हाथ मोबाइल तो दे दिया, लेकिन उसके उपयोग का विवेक नहीं दिया. मोबाइल की व्यस्तता के बाद आज की युवा पीढ़ी के पास और बातों के लिये कोई समय नहीं है. संस्कारों की इस कमी, बढ़ती बेरोजगारी और गरीबी के कारण युवा हताश और निराश है. हिमाचल में 2019 में कुल 563 आत्महत्याएं हुई हैं अप्रैल और मई के महीनों में 122 आत्महत्याएं हुई है. अधिकतर आत्महत्या करने वालों में युवा थे. आत्महत्याओं का दौर बढ़ता जा रहा है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री-मन्त्रिमण्डल की सलाह से प्रदेश में कुछ विद्वानों की कमेटी बनाए. वह कमेटी हर कक्षा के लिए परिस्थितियों के अनुसार नैतिक शिक्षा पाठयक्रम तय करे और उसे अति शीघ्र लागू करे.शांता कुमार ने डीएवी स्कूल पालमपुर की उनियाल परिवार की तीन सगी बहनों के एक शानदार परीक्षा परिणाम के लिये उन्हें बधाई दी. उन्होने डॉ. संजय उनियाल को फोन पर हार्दिक बधाई दी.
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