भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने बेटियों के साथ हो रहे अपराध की घटनाओं पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि बेटियों के साथ हो रहे अपराधों के कारण देवभूमि हिमाचल का नाम बदनाम हो रहा है। कहानी कुछ वर्ष पहले कोटखाई कांड से शुरू हुई। बेटियां भी भयभीत हैं।
उन्होंने कहा कि कहानी पूरे देश का चक्कर काटकर सलूनी में पहुंच गई। सलूनी कांड पहला ऐसा कांड है, जिसमें विवाह के लिए इंकार करने पर लड़की की हत्या कर दी। सबसे बड़ा कारण यह है कि या तो पीड़ितों की शिकायत लिखी नहीं जाती या लिखी जाती है तो पूरी ईमानदारी व कुशलता के साथ जांच नहीं हो पाती। अदालतों में पहुंचने वाले मामलों में सजा भी बहुत कम अपराधों में होती हैं। कोटखाई कांड के असली अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। कल्पना करें, जिस परिवार की बेटी के साथ ऐसा व्यवहार हुआ हो, उसी परिवार के सामने अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, तो उस परिवार के दिल पर क्या बीत रही होगी। उन अपराधियों को खुलेआम देखकर अपराध करने वालों को हौसला मिलता है। उन्होंने गुडि़या कांड की दोबारा नए तरीके से जांच का सुझाव सरकार को दिया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फिर आग्रह है कि वह जांच अवश्य करवाएं।
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