हिमाचल प्रदेश के पांचों शक्तिपीठ इतिहास में पहली बार अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिए हैं । कोरोना वायरस की दहशत के बीच सरकार के आदेश पर प्रशासन ने आज दोपहर नयना देवी, चिंतपूर्णी, चामुंडा देवी, ज्वालामुखी समेत बज्रेश्वरी मंदिर को बंद कर दिया है। विश्वविख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर को भी बंद कर दिया गया है।
सरकार की ओर आदेशनुसार जिले के मंदिरों को बंद करने के लिए जारी की गई अधिसूचना के बाद मंगलवार मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने मुख्य गेट को सुबह 10 बजे बंद कर दिया व बाहर से किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गयी । ज़ब बाहर से आए श्रद्धालुओं ने इसका विरोध किया तो मंदिर प्रशासन जागा और ज्वालामुखी मंदिर को श्रदालुों के लिए एक बार फिर खोल दिया गया, जबकि सरकार की तरफ से मंगलवार शाम तक मंदिरों को बंद करने के आदेश थे। श्रद्धालुओं को अंदर जाने से रोकने पर मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मियों व लोगों के बीच टकराव की स्थिति भी पैदा हो गई। मंदिर जाने से रोकने पर श्रद्धालुओं ने रोष जताया, जिससे श्रद्धालुओं को बड़ी मुश्किल से मंदिर के अंदर आने से रोका गया।
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